भारतीय सौर ऊर्जा के बनाने क्षेत्र में Adani group एक बड़ा जाना पहचाना नाम बन चुका है, कम्पनी कई सौर ऊर्जा परियोजनाएं काम कर रही है, किंतु अब कंपनी सोलर पैनल के निर्माण क्षेत्र में भी खुद को ताकतवर करना चाहता है, इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए कंपनी ने कई सालों पहले ही देश में सोलर पैनल की इकाइयां स्थापित कर दी थी। भारत में उनके रहने की अवधि छह महीने से एक वर्ष तक की है। चीन के इंजीनियरों को वीजा मंजूरी के लिए कंपनी ने तर्क दिया है कि ऐसी सौर इकाई लगाने के लिए भारत में विज्ञानिको की कमी है।
इसे भी पढ़ें :- Suzlon Share में तेज़ी, देखिये शेयर प्राइस टारगेट
किंतु अब समूह सोलर पैनल के manufacturing के क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके नए नए सोलर पैनल बनाना चाहता है, जिसके लिए वह विदेश से सोलर पैनल इंजीनियर को देश में लाना चाहता है। जो कंपनी को नई टेक्नोलॉजी वाले सोलर पैनल आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान करेंगे ही इसके साथ-साथ कर्मचारियों को भी जानकारी प्रदान करेंगे। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 में 591 करोड़ रुपए के और वित्त वर्ष 2022-23 में 180 करोड़ रुपए के चीनी उपकरणों का आयात किया है। इसलिए कंपनी इन चीनी इंजीनियरों को भारत लाना चाहती है।
इसे भी पढ़े :- Green Energy के इस शेयर ने दिया दमदार रिटर्न
अडानी, चीनी इंजीनियर को भारत क्यों लाना चाहता है?
मीडिया से कुछ ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही कि अडानी समूह के सौर निर्माण कारोबार ने चीन से करीब 30 इंजीनियरों को लाने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी है। ये इंजीनियर कंपनी के सौर उपकरणों को मजबूती देने और देश को सौर ऊर्जा से ज्यादा बिजली बनाने में कार्य करने वाले हैं।चीनी इंजीनियर को अपने देश में बुलाये जाने के पीछे कंपनी का कहना है कि वह देश में नए तरीके की सौर सुविधा स्थापित करना चाहते हैं, जिसके लिए देश में वैज्ञानिकों की कमी नजर आ रही है। बुलाये जाने वाले यह चीनी इंजीनियर या वैज्ञानिक, फोटोइलेक्ट्रिक उपकरण, सिलिकॉन सेल, वेफर निर्माण, सेमीकंडक्टर और सौर उपकरण में निपुण हैं। जो कंपनी के इन क्षेत्रों से जुड़े काम है उनको बहुत ज्यादा फायदा मिलने वाला है।
इसे भी पढ़े :- बिजली शेयर में राकेट तेजी, 8% से ज्यादा उछाल
कंपनी का लक्ष्य सौर ऊर्जा क्षमता को 10 गीगावॉट ले जाना है
हमारे देश भारत में अनेक सौर पैनल बनाने वाले मौजूद है, किंतु अडानी सोलर देश की सबसे बडे सौर पैनल डेवलपर है मौजूदा समय में कंपनी की निर्माण क्षमता 4 गीगावॉट है। कंपनी अपनी इस मौजूदा विनिर्माण क्षमता को 2.5 गुना बढाकर 10 गीगावॉट तक ले जाना चाहती है, जो नए तरिके की सौर ऊर्जा पेनल बनाकर ही हासिल किया जा सकता है।
इसे भी पढ़े :- आज रेलवे शेयरों में ताबड़तोड़ तेजी क्यों! जानिये वजह
Note :– financeraja.com पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है। निवेश से पहले अपने सर्टिफाइड एक्सपर्ट या वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें।