BSE की वेबसाइट के अनुसार Jio Financial Services Ltd ने सूचित किया है कि कंपनी को नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी में से कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी में रूपांतरण करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से मंजूरी मिली है। यही कारण है कि जियो फाइनेंशयिल सर्विसेज के शेयर में आज तेजी देखने को मिल रही है। कंपनी ने एक्सचेंजों को एक खास अपडेट जारी किया है।
जियो फाइनेंशियल के शेयर आज शुक्रवार, 12 जुलाई को अप है। शुरुआती कारोबार के दौरान इसमें 1.26% से की तेजी भी दिख रही है। कंपनी ने एक्सचेंजों को जानकारी देते हुए बताया है कि उसे कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी के तौर पर भारतीय रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गई है। कंपनी को नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज (NBFC) की जगह अब कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी के तौर पर मंजूरी मिली है।
इसे भी पढ़ें :- SJVN vs Suzlon Energy में से कौन सा शेयर बेहतर
कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी क्या होती है?
CIC एक प्रकार की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी होती है जिसका मुख्य कार्य अंशों (Shares) और प्रतिभूतियों के अधिग्रहण से लाभ कमाना होता है। ऐसी कंपनी की कोर एसेट साइज 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की होनी चाहिए। RBI की ओर से 20 दिसंबर 2016 को जारी एक सर्कुलर के अनुसार, CIC के काम का एक हिस्सा कुछ शर्तों के साथ शेयरों और सिक्योरिटीज के अधिग्रहण का भी है। CIC को ग्रुप कंपनियों में अपने नेट एसेट का कम से कम 90% हिस्सा इक्विटी शेयर, प्रेफरेंस शेयर, बॉन्ड्स, डिबेंचर्स, डेट या लोन के तौर पर होल्ड करना होता है। 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के एसेट साइज वाले सभी CIC को भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों का पालना करना होता है।
Reliance Industries से डीमर्जर के बाद Jio Financial Services ने RBI के पास ये आवेदन किया था। Jio Financial के शेयर में इस साल अब तक 50% की तेजी दिखी है। Reliance Industries के नतीजे अगले हफ्ते यानी शुक्रवार, 19 जुलाई को जारी होगा।
इसे भी पढ़ें :- इरेडा बनी रॉकेट, आज 12 जुलाई को आएगा रिजल्ट
डिस्क्लेमर : हमने यहां मुख्य तौर पर एजुकेशन उद्देश्य से जानकारी दी है, निवेश की सलाह नहीं। I am not SEBI registered. Share market is subject to market Risk. इसलिए निवेश अपने जोखिम पर करें। निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।