Adani Group News : पड़ोसी देश बांग्लादेश नौकरियों में आरक्षण दिए जाने के कारण हुए विरोध प्रदर्शन के कारण वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत आने पर मजबूर कर दिया था, जिसके बाद से दंगाइयों उपद्रवियों के द्वारा बांग्लादेश में जमकर उपद्र मचाने के साथ-साथ अल्पसंख्यकों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जा रहा है।
जब से बांग्लादेश में हालात बिगड़ते है, उसका बुरा असर देश में बिजली पैदा करने वाली कंपनियों पर भी देखने को मिल रहा है, जिसमें अदानी पावर सबसे ज्यादा प्रभावित हुई क्योंकि अडानी पावर का झारखंड के गोड्डा में कोयला आधारित विद्युत संयंत्र के द्वारा बांग्लादेश को बिजली निर्यात की जाती है।
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गोड्डा पावर प्लांट के बारे में
अडानी पावर लिमिटेड ने 2017 में बांग्लादेश के साथ बिजली बेचने का समझौता साइन किया था, जिसके तहत Adani पावर बांग्लादेश को 25 सालों तक बिजली आपूर्ति करने वाली थी। यह पावर प्लांट 2023 की शुरुआत में बनकर तैयार हो गया और बांग्लादेश को 10 अप्रैल 2023 को बिजली देनी शुरू कर दी गई थी। पूर्वी झारखंड के गोड्डा में स्थित एक अल्ट्रा सुपर-क्रिटिकल पावर प्लांट है। यह पावर प्लांट भारत का पहला इंटरनेशनल पावर प्लांट है, जो देश में बनी 100% बिजली को दूसरे देश को सप्लाई करता है। इसकी कुल उत्पादन क्षमता 1600 मेगावाट है।
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विद्युत मंत्रालय ने किया संशोधन
अब बांग्लादेश में राजनीतिक जोखिम और दंगों के कारण हालात बिगड़ते हुए देखे जा रहे हैं, जिसका बुरा प्रभाव भारत की बिजली निर्यातक कंपनियों पर पड़ा है, इसमें सुधार करना जरूरी हो गया। इसके लिए विद्युत मंत्रालय की ओर से एक प्रमुख विनियमन बिजली के सिमा पार आयात/निर्यात 2018 के अंतर्गत आने वाले दिशा निर्देशों मेंसंशोधन किया है। इस संशोधन के तहत उन भारतीय बिजली उत्पादक स्टेशनों के नियमों को संशोधन किया गया है। जो केवल पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात करते हैं।
जानकारी देते हुए सोमवार को एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमें ऊर्जा मंत्रालय के ओर से बताया गया था, इस संशोधन के बाद भारतीय सरकार के द्वारा ऐसे उत्पादन संयंत को भारतीय ग्रिड से जोड़ने की आज्ञा प्रदान की जा सकती है, जो उत्पादित ऊर्जा का निर्यात दूसरे देशों को करते हैं ताकि देश की ऊर्जा बिक्री को सुगम बनाया जा सकेगा। भारत सरकार के द्वारा किए गए संशोधन की सहायता से बिजली खरीद समझौते में भुगतान में देरी होने पर स्थानीय ग्रेड को बिजली बेचने की आज्ञा प्रदान की जाती है।
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संशोधन के बाद देश को होंगे कई फायदे
Adani पावर के प्रवक्ता ने बताया है कि इस संशोधन के पश्चात बिजली उत्पादक स्टेशन को भारतीय ग्रिड से जोड़े जाने पर ग्रिड में बिजली की उपलब्धता में बढ़ोतरी होगी, जिससे देश में बिजली की बढ़ती हुई मांग को पूरा किया जा सकेगा। इसके साथ-साथ जैसे-जैसे आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी तो ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा तो मिलेगा ही इसके अलावा घरेलू ऊर्जा बाजार में कीमतों को कम किया जा सकेगा।
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आसपास के इलाके में कोयला आधारित इस पावर प्लांट से जलवायु सुधार देखने को मिल रहा है, जिस कारण संयंत्र द्वारा उत्पादित बिजली का बांग्लादेश की अपेक्षा भारत में प्रयोग किया जाना अधिक फायदेमंद रहेगा, इसके साथ-साथ यह संयंत्र भारतीय ऋणदाताओं द्वारा वित्तपोषित भी है। वहीं कुछ अधिकारियों द्वारा ऐसी भी जानकारी प्राप्त हुई है कि Adani पावर अपने संयंत्र के द्वारा वर्तमान में उत्पादन का कुल 70% भाग बांग्लादेश को बेचता है और बचे हुए 30 % का अपने देश में उपयोग किया जाता है।
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